
टीम इंडिया के स्टार खिलाड़ी विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया है. सोमवार (12 मई) को विराट कोहली ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर रिटायरमेंट का ऐलान किया. 36 साल के विराट कोहली ने इस फॉर्मेट से अलविदा होकर हर किसी को हैरान किया है, क्यूंकि विराट कोहली फिट थे, फॉर्म में थे और इंग्लैंड दौरे के लिए बेहद ज़रूरी भी थे लेकिन तमाम अटकलों के बीच उन्होंने टेस्ट फॉर्मेट से संन्यास लिया और हर किसी को हैरान किया.
विराट कोहली के इस फैसले पर आजतक के स्पोर्ट्स एडिटर विक्रांत गुप्ता ने अपनी राय रखी. विक्रांत गुप्ता का साफ कहना है कि ये बिल्कुल हैरानी भरा है और साफ दिख रहा है कि पिछले एक हफ्ते में काफी कुछ हुआ है. क्यूंकि पहले रोहित शर्मा का रिटायर होना, अब विराट कोहली का रिटायर होना ये पूरी तरह से 2011-12 की याद दिलाता है, जहां लगातार दो टेस्ट सीरीज़ हारने के बाद बड़े-बड़े खिलाड़ियों के रिटायरमेंट आए थे.
विक्रांत गुप्ता के मुताबिक, ये बिल्कुल कम्युनिकेशन गैप दिख रहा है. क्यूंकि विराट कोहली के माइंडसेट, उनकी तैयारी से ये साफ लग रहा था कि वो इंग्लैंड के लिए तैयार हैं, लेकिन अचानक ऐसा क्या हो गया कि विराट कोहली ने रिटायरमेंट ले लिया. जो विराट कोहली टेस्ट क्रिकेट को सर्वोच्च मानते हैं, फिटनेस के मामले में सबसे आगे हैं और जो उनका 10 हज़ार रन का सपना था, वो भी उन्होंने छोड़ दिया.
विक्रांत ने कहा, 'मुझे यही लगता था कि बड़ा प्लेयर ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड को एक चैलेंज के तौर पर लगता है, ऑस्ट्रेलिया में उनकी शुरुआत बढ़िया रही लेकिन बाद में डाउट आना शुरू हो गया. ये कहा जा सकता है कि पिछले पांच साल में विराट कोहली का टेस्ट में एवरेज गिरता ही रहा. विराट तो इंग्लैंड के लिए रेड बॉल के साथ प्रैक्टिस कर रहे थे, फिर भी उन्होंने संन्यास लिया. मैं मान ही नहीं सकता, विराट इंग्लैंड नहीं जाना चाहते थे.'
इंग्लैंड दौरे से पहले संन्यास चौंकाने वाला
बता दें कि टीम इंडिया को आईपीएल के तुरंत बाद इंग्लैंड दौरे के लिए रवाना होना था, ये सीरीज़ काफी अहम होने वाली थी. पिछले एक हफ्ते में इस तरह की खबरें आ रही थी कि विराट कोहली ने बीसीसीआई को टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने के मन की बात बताई थी, जिसपर ये खबरें थी कि बोर्ड उनसे फैसले पर विचार करने को कह रहा है.
ध्यान देने वाली बात ये भी है कि कुछ इस तरह की खबरें चल रही थीं कि विराट कोहली फिर से टेस्ट में कप्तानी चाहते थे, लेकिन बीसीसीआई इस पर राज़ी नहीं था. हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हो सकी, ये सिर्फ अटकलें ही रहीं.
मौजूदा वक्त में वर्ल्ड क्रिकेट के फैब-4 में शामिल विराट कोहली ने करीब 7 साल तक टीम इंडिया की टेस्ट में कप्तानी भी की है और वो भारतीय क्रिकेट टीम के इतिहास के सबसे सफल टेस्ट कप्तान भी बने. ऐसे में जिस खिलाड़ी को टेस्ट क्रिकेट इतना पसंद था, जो टेस्ट का सबसे बड़ा ब्रांड एम्बेस्डर था, उसका अचानक संन्यास लेना कई तरह के सवाल तो खड़ा करता ही है.
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