
राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) को बड़ी सफलता मिली है. बिहार के मोतिहारी से 10 लाख के इनामी कुख्यात खालिस्तानी आतंकी कश्मीरा सिंह गालवाड़ी उर्फ बलबीर सिंह को गिरफ्तार किया गया है. एनआईए ने मोतिहारी पुलिस के साथ मिलकर आतंकी को गिरफ्तार किया है. उससे पूछताछ की जा रही है. कश्मीरा 2016 में पंजाब की नाभा जेल ब्रेक के दौरान फरार हो गया था और तभी से वंछित था.
मोतिहारी में मिली सफलता के बाद रविवार को एनआईए ने बब्बर खालसा के आतंकवादी हरविंदर सिंह संधू उर्फ रिंदा को भी गिरफ्तार किया. हरविंदर 2016 में नाभा जेल से भागने वाले कुख्यात अपराधियों में से एक था.
कौन है खालिस्तानी आतंकी कश्मीरा सिंह?
एनआईए की विशेष अदालत ने कश्मीरा सिंह को प्रो-क्लेम्ड ऑफेंडर (भगोड़ा) घोषित करते हुए उस पर 10 लाख रुपये का इनाम घोषित किया था. उस पर दिल्ली समेत देश के अलग-अलग जगहों पर कई संगीन मामले दर्ज हैं. कश्मीरा के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 120-बी, 121, 121-ए और गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम, 1967 की धारा 17, 18, 18-बी और 38 के तहत मामला दर्ज है.
कश्मीरा सिंह लुधियाना का मूल निवासी है. उस पर खालिस्तान लिबरेशन फ्रंट, बब्बर खालसा इंटरनेशनल और द इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन द्वारा देश के खिलाफ युद्ध छेड़ने के लिए रची गई साजिश से संबंधित मामला दर्ज है. इसके अलावा उसपर के अन्य संगीन मामले दर्ज है जिसकी पड़ताल की जा रही है.
NIA की रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि आरोपी कश्मीरा न सिर्फ भारत में आतंकवाद की साजिशों में शामिल था, बल्कि फरार आतंकियों को बचाने और उन्हें फंडिंग मुहैया करवाने में सक्रिय भूमिका निभा रहा था.
कश्मीरा सिंह पंजाब पुलिस इंटेलिजेंस हेडक्वार्टर पर RPG अटैक में भी शामिल था.
खालिस्तानी आतंकी की गिरफ्तारी भारत की आतंकी मॉड्यूल्स के खिलाफ लड़ाई में एक बड़ा कदम मानी जा रही है.