scorecardresearch
 

कौन होते हैं DGMO, जिनके बीच बातचीत हुई और रुक गया भारत-पाकिस्तान का 'युद्ध'!

India Pakistan Tension Details: भारत और पाकिस्तान के बीच जंग की स्थिति बनी हुई थी, लेकिन डीजीएमओ की बातचीत के बाद युद्ध विराम की घोषणा हो गई है. ऐसे में जानते हैं कि आखिर डीजीएमओ कौन होते हैं.

Advertisement
X
DGMO राजीव घई (फोटो- ADG-PI)
DGMO राजीव घई (फोटो- ADG-PI)

भारत-पाकिस्तान के बीच सीज फायर हो चुका है. यह भारत और पाकिस्तान के डीजीएमओ (Director General Military Operations) के बीच बातचीत के बाद संभव हुआ. ऐसे में जानते हैं कि डीजीएमओ कौन होते हैं और इनका काम क्या होता है. 

Advertisement

DGMO यानी महानिदेशक मिलिट्री ऑपरेशन, सेना में एक अहम और जिम्मेदारी वाला पद होता है. इस समय भारत के डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जेनरल राजीव घई हैं. डीजीएमओ के जिम्मे ही सारे सैन्य अभियान होते हैं. किसी भी सैन्य अभियान की जिम्मेदारी, उसे गाइड करना, निर्देश देना और अन्य सारे लेना जैसे काम डीजीएमओ के पास होते हैं. युद्ध या संघर्ष के दौरान सैन्य अभियानों से जुड़े हर एक फैसले डीजीएमओ ही लेते हैं. 

DGMO के पास होती है सभी सैन्य अभियानों की जिम्मेदारी 
डीजीएमओ का काम युद्ध या आतंकवाद विरोधी अभियानों व शांति स्थापना के लिए चल रहे मिशनों के लिए रणनीति तैयार करना होता है. साथ ही ये सेना की तीनों शाखाओं और विभिन्न एजेंसियों के बीच पुल का काम भी करते हैं. 

सेना की तीनों शाखा और एजेंसियों के बीच करते हैं पुल का काम
डीजीएमओ के पास युद्ध या सैन्य अभियानों से जुड़ी हर एक सूचनाएं पहुंचाई जाती है और उसी अनुरूप ये रणनीति तैयार कर उसके अनुसार अभियानों का संचालन करते हैं. इस वजह से खुफिया एजेंसियों के साथ भी उन्हें समन्वय रखना पड़ता है और एजेंसियों को भी सारी जरूरी सूचनाएं उनतक पहुंचाना अनिवार्य होता है. 

Advertisement

युद्ध शुरू होने से लेकर सीज फायर तक हर फैसले में होती है अहम भूमिका
डीजीएमओ ही सीमा से जुड़े मुद्दों, सैन्य अभियानों और अन्य समस्याओं का प्रबंधन करते हैं. इसलिए युद्ध शुरू होने से लेकर युद्ध विराम और संघर्ष को विस्तार देने और कम करने तक से जुड़े सारे फैसलों में उनकी अहम भूमिका होती है. इस वक्त भी सीज फायर के मुद्दे पर दोनों देशों के डीजीएमओ के बीच ही सबसे पहले संपर्क स्थापित होने की बात सामने आ रही है. 

Live TV

Advertisement
Advertisement
OSZAR »