
भारतीय सेना ने शनिवार को जम्मू-कश्मीर के पुंछ ज़िले में नियंत्रण रेखा (LoC) के पास स्थित उन गांवों के निवासियों से मुलाकात की, जो हाल ही में पाकिस्तानी गोलाबारी की चपेट में आए थे. यह गोलाबारी ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद हुई थी, जब भारत ने 7 मई को पाकिस्तान में आतंकवादी ठिकानों पर मिसाइल हमला किया था.
सेना के प्रवक्ता के अनुसार, सेना के जवान खाड़ी कर्मारा, झल्लास और आसपास के प्रभावित गांवों में पहुंचे. उन्होंने प्रभावित परिवारों से मुलाकात कर उनका हालचाल जाना और उनके साथ एकजुटता जताई. इस दौरान सेना ने उन्हें आश्वासन दिया कि मुश्किल समय में वे उनके साथ खड़ी है.
राशन सामग्री के पैकेट बांटे
सेना ने ग्रामीणों की ज़रूरतों को समझने के लिए उनसे बातचीत की और उन्हें आवश्यक राशन सामग्री के पैकेट भी वितरित किए. सेना के इस कदम से स्थानीय लोगों को राहत मिली. सेना ने यह भी दोहराया कि वह क्षेत्र में जल्द से जल्द सामान्य स्थिति बहाल करने और स्थानीय लोगों की मदद के लिए हरसंभव प्रयास करेगी.
प्रवक्ता ने बताया कि स्थानीय लोगों ने सेना के इस त्वरित और सहानुभूतिपूर्ण प्रयास के लिए आभार जताया. यह मुलाकात सुरक्षा बलों और स्थानीय जनता के बीच विश्वास और सहयोग को और मजबूत करने वाली रही.
गौरतलब है कि 7 मई को भारतीय सेना ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर मिसाइल स्ट्राइक की थी. इसके बाद पाकिस्तान ने पुंछ ज़िले में भारी गोलाबारी शुरू कर दी थी, जो 10 मई तक जारी रही. इस दौरान कुल 28 लोगों की मौत हो गई, जिनमें अधिकांश पुंछ से थे, जबकि 50 से अधिक लोग घायल हुए थे.
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