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PM मोदी आज रात 8 बजे करेंगे देश को संबोधित, ऑपरेशन सिंदूर के बाद पहला संबोधन

ऑपरेशन सिंदूर शुरू होने के बाद पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज रात 8 बजे राष्ट्र को संबोधित करेंगे. यह संबोधन भारत-पाक युद्धविराम समझौते के कुछ दिन बाद हो रहा है. भारत ने 7 मई को पहलगाम हमले के जवाब में ऑपरेशन सिंदूर चलाया, जिसमें 100 आतंकी और पाकिस्तानी सेना के 40 जवान ढेर किए गए.

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फाइल फोटो
फाइल फोटो

‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू होने के बाद पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज रात 8 बजे राष्ट्र को संबोधित करेंगे. प्रधानमंत्री का ये संबोधन दोनों देशों के बीच जमीन, हवा और समुद्र में सभी सैन्य हमलों को रोकने के आपसी समझौते पर पहुंचने के दो दिनों बाद होगा. पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में भारत की ओर से ऑपरेशन सिंदूर शुरू किए जाने के बाद यह युद्धविराम हुआ था.

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100 आतंकवादी मारे गए, पाकिस्तानी सेना के 40 जवान ढेर
भारत ने 7 मई की सुबह पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में नौ आतंकी ठिकानों को तबाह करने के लिए ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया. इस ऑपरेशन के दौरान कम से कम 100 आतंकवादी मारे गए और पाकिस्तानी सेना के 40 जवानों को ढेर किया गया. 'ऑपरेशन सिंदूर' में खास तौर पर लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े शिविरों को निशाना बनाया गया.

प्रधानमंत्री मोदी ने उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की
इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने भारत और पाकिस्तान के DGMO के बीच निर्धारित वार्ता से पहले एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री एस जयशंकर शामिल थे. बैठक में शामिल होने वालों में NSA अजीत डोभाल, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान और तीनों सेना प्रमुख शामिल थे.

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प्रधानमंत्री 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले पर भारत की कूटनीतिक और सैन्य जवाब की समीक्षा करने के लिए नई दिल्ली में अपने आवास पर शीर्ष सरकारी और रक्षा अधिकारियों के साथ नियमित बैठकें कर रहे हैं.

पाकिस्तान ने किया सीजफायर का उल्लंघन
बता दें कि विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने शुक्रवार, 9 मई को भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध विराम की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि दोनों पक्ष भारतीय मानक समय के अनुसार शाम 5 बजे से जमीन, हवा और समुद्र में सभी तरह की गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई बंद कर देंगे. हालांकि, उसी दिन पाकिस्तान ने युद्ध विराम का उल्लंघन किया.

सेना ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दी जानकारी
गौरतलब है कि भारतीय सेना ने रविवार को एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में 7 मई को किए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की जानकारी शेयर की. प्रेस कॉन्फ्रेंस में भारतीय थल सेना के महानिदेशक सैन्य अभियान (DGMO) लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई, भारतीय वायु सेना के महानिदेशक वायु अभियान (DG Air Ops) एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती और भारतीय नौसेना के महानिदेशक नौसेना अभियान (DGNO) वाइस एडमिरल एएन प्रमोद शामिल हुए. सेना ने बताया कि इस अभियान के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में सक्रिय आतंकियों के खिलाफ सुनियोजित और सटीक कार्रवाई की गई. इस ऑपरेशन के दौरान सेना ने कुल 9 आतंकी कैंपों को ध्वस्त किया, जो आतंकवादियों के ट्रेनिंग, ठहरने और घुसपैठ की योजना बनाने के अड्डे थे.

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प्रेस कॉन्फ्रेंस में DG Air Ops एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती ने कहा कि भारतीय वायुसेना ने मुरीदके और बहावलपुर जैसे आतंकी ठिकानों पर हमला किया. ये दोनों स्थान अंतरराष्ट्रीय सीमा से काफी अंदर थे, इसलिए इन्हें चुनना रणनीतिक रूप से अहम था. IAF ने सटीक हमलों के लिए सैटेलाइट और इंटेलिजेंस आधारित टार्गेटिंग और प्रिसिशन म्यूनिशन का इस्तेमाल किया.

'केवल आतंकियों को निशाना बनाया गया'
अवधेश कुमार भारती ने कहा कि भारतीय वायुसेना ने बेहद सावधानीपूर्वक केवल आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया और कोई भी नागरिक हानि नहीं होने दी. हमने पूरी योजना इस तरह बनाई थी कि सिर्फ आतंकी कैंपों पर सटीक वार किया जाए.

पस्किस्तान ने भारत में ड्रोन, यूएवी, यूसीएवी भेजे
एयर मार्शल एके भारती ने बताया कि 8 और 9 मई की रात लगभग रात 10:30 बजे से पाकिस्तान की ओर से भारत के शहरों की ओर ड्रोन, यूएवी (Unmanned Aerial Vehicles) और यूसीएवी (Unmanned Combat Aerial Vehicles) छोड़े गए. 7 मई को जहां UAV भेजे गए, वहीं 8 मई को इनकी संख्या में कमी आई. लेकिन इनका उद्देश्य निगरानी और नागरिकों को डराना था.

'हमारा टारगेट दुश्मन पर वार करना था, लाशें गिनना नहीं'

'ऑपरेशन सिंदूर' के बारे में जानकारी साझा करते हुए एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती ने स्पष्ट कहा कि भारत का मकसद दुश्मन को मुंहतोड़ जवाब देना था, न कि लाशों की गिनती करना. उन्होंने कहा, 'हमने जो भी रणनीति और संसाधन अपनाए, उनका असर दुश्मन पर साफ़ देखा गया. कितने मारे गए या घायल हुए, यह गिनना हमारा उद्देश्य नहीं था. हमारा फोकस केवल दुश्मन के आतंकी ढांचों को खत्म करने पर था, न कि बॉडी बैग्स गिनने पर.'

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